ख्वाब देखना बिल्कुल सही है
ख्वाब देखना बिलकुल सही है।
कुछ ख्वाब जो हकीकत में पूरे नहीं हो सकते, पर देखने में क्या जाता है।अनुभूति जीवन की सार्थकता है मगर खुली आंखों से ख्वाब देखना गलत नही। ख्वाब देखना बिलकुल सही है।
मंजिलों में बेचैन राहें , पथरीली रक्तरंजित निगाहें।लक्ष्य को धूमिल करती, आंखों को बोझिल करती। तब भी ध्येय को भूलना उचित नहीं है।
ख्वाब देखना बिलकुल सही है।
द्वेष ईर्ष्या से परिपूर्ण, अनगिनत मुखौटे सच्चे और झूठे।इन परिवेश में स्वयं को सचेत्तना,अपने स्वाभिमान के लिए लड़ना गलत नहीं है। और ख्वाब देखना बिलकुल सही है।
आशा की किरण और स्वयं पर नियंत्रण
किस्मत की लकीरें और कुछ चंद मंजिल पर मिली जंजीरे, होगा साक्षात्कार होंगे सपने साकार। बेड़ियों को तोड़ना गलत , नहीं है।ख्वाब देखना बिलकुल सही है।
प्रणाली श्रीवास्तव
स्वरचित
Haaya meer
26-Nov-2022 07:11 PM
Superb 👍
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Gunjan Kamal
25-Nov-2022 11:16 PM
बिल्कुल सही कहा
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Zakirhusain Abbas Chougule
25-Nov-2022 09:38 PM
Nice
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